प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 1295 अधिकारियों की 372 सर्विलेंस टीमें बनाई गई हैः मेयर
- मेयर, डॉ. शैली ओबरॉय ने दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठा जा रहे कदमों की जानकारी दी
- ओपन बायोमास बर्निंग और सड़कों पर उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करने पर फोकस करने की जरूरतः मेयर
Mcd Live News नई दिल्ली 25 अक्टूबर 2024
दिल्ली की मेयर, डॉ. शैली ओबरॉय ने आज डिप्टी मेयर, आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन, मुकेश गोयल के साथ प्रदूषण को लेकर एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली नगर निगम द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। मेयर, डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि सितंबर माह के बाद हर साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। पिछले कुछ दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा हुआ है। मेयर ने कहा कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री सुश्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने विभिन्न विभागों और एजेंसी के अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की थी और चर्चा की थी कि कैसे दिल्ली का प्रदूषण नियंत्रित किया जाए।
मेयर ने कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम प्रदूषण को कम करने के लिए हर जरूरी कदम उठाते हैं। दिल्ली में सबसे बड़ी चिंता का विषय एयर पॉल्यूशन और डस्ट पॉल्यूशन है। इससे निपटने के लिए हमें अवैध सीएंडडी डंपिंग, ओपन बायोमास बर्निंग और सड़कों पर उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करने पर फोकस करने की जरूरत है। डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन,मुकेश गोयल ने भी नागरिकों से प्रदूषण के विरुद्ध लड़ाई में सहयोग करने की अपील की ताकि दिल्ली को बीमारियों से बचाया जा सके।
मेयर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम हर साल बहुत सारे ऐसे कदम उठाता है जिससे प्रदूषण को कंट्रोल किया जा सके। दिल्ली नगर निगम ने इस बार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 372 सर्विलेंस टीमें बनाई है जिसमें 1295 अधिकारी डे और नाइट शिफ्ट में काम कर रहे हैं। एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में कुल 15500 किलोमीटर सड़कें आती है जिसमें 57000 सफाई कर्मचारी मैनुअल स्वीपिंग करते हैं। इसके साथ ही, 52 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें भी तैनात की गई हैं। 195 वॉटर स्प्रिंकलर और जैटिंग मशीनों को तैनात किया गया है। वहीं, डीपीसीसी द्वारा चिन्हित स्थलों पर 30 एंटी स्मॉक गन तैनात की गई हैं।
मेयर ने आगे कहा कि डीपीसीसी द्वारा चिन्हित हॉटस्पॉट स्थलों की जोनल डिप्टी कमिश्नर द्वारा सख्ती से निगरानी की जा रही है। डीपीसीसी के वेब पोर्टल पर रजिस्टर 612 स्थलों की भी नियमित निगरानी की जा रही है। एमसीडी के 106 मलबा निपटान स्थलों में से 55 स्थलों की बैरिकेडिंग की गई है। वहां से उठने वाले मलबे का भी वैज्ञानिक पद्धति से निपटान किया जा रहा है।
मेयर डॉ. ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली नगर निगम द्वारा इस बार पहले के मुकाबले अधिक सड़कों को रिपेयर किया गया है। साथ ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जी• आर• ए• पी• से संबंधित दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए। अगर कोई व्यक्ति जी• आर •ए• पी• के नियमों का पालन नहीं करेगा तो उनका चालान भी किया जा सकता है। मेयर ने कहा कि हमने सीएनडी प्लांट, एसएलएफ और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट्स पर 20 स्मॉक गन लगाए गए हैं। 32 स्मॉक गन ऊंची इमारतों पर लगाए गए हैं। कंस्ट्रशन साइट पर भी स्मॉक गन लगाए गए हैं।
मेयर ने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार और नगर निगम की है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से दिल्ली की जनता से अपील की, कि प्रदूषण नियंत्रित के लिए किए जा रहे प्रयसों में जनता बढ़-चढ़कर हिस्सा ले ताकि सबकी सेहत का ख्याल रखा जे सके। उन्होंने यह भी अपील की कि अभी दिवाली आने वाली है, इस मौके पर पटाखे ना जलाए और ओपन बर्निंग ना करें ताकि दिल्ली वाले साफ सुथरी हवा में सांस ले सके।
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