दिल्ली देहात के मुद्दों के पूर्ण समाधान तक जारी रहेगी हमारी लड़ाई, जेल से भी चलेगा आंदोलन : चौ० सुरेन्द्र सोलंकी

दिल्ली देहात के मुद्दों के पूर्ण समाधान तक जारी रहेगी हमारी लड़ाई, जेल से भी चलेगा आंदोलन : चौ० सुरेन्द्र सोलंकी

दिल्ली देहात के मुद्दों को लेकर जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 360 गांव के लोगों को दिल्ली पुलिस ने उठाया 

Mcd Live News 


दिल्ली देहात की प्रमुख समस्याओं और मुद्दों को लेकर पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी के नेतृत्व में जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे दिल्ली के 360 गांव के लोगों को दिल्ली पुलिस ने देर शाम हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए सभी लोगों को देर रात दिल्ली पुलिस ने रिहा कर दिया। दिल्ली देहात की प्रमुख समस्याओं और लंबे समय से ठंठे बस्ते में पड़े मुद्दों के निर्णायक समाधान की मांग को लेकर जंतर मंतर पर शुरु हुए अनिश्चितकालीन धरने पर पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं के भयंकर अभाव और चौतरफ़ा बदहाली से लोगों में खासी नाराजगी है। दिल्ली के ग्रामीण कई वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और अब दिल्ली देहात के लोग अपनी सभी समस्याओं के पूर्ण समाधान तक अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने का फैसला करके आए हैं। अब चाहे हमें यह आंदोलन जेल से चलाना पड़े मगर पूर्ण समाधान होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने बताया कि पालम-360 का यह भी फैसला है कि अगर जल्द से जल्द हमारे मुद्दों का समाधान नहीं हुआ तो आने वाले  दिल्ली विधानसभा चुनाव का भी दिल्ली के ग्रामीण पूर्ण बहिष्कार करेंगे। किसी भी पार्टी के नेता दिल्ली के गांवों में वोट मांगने नहीं घुस पाएंगे। हमारी किसी पार्टी से कोई लड़ाई नहीं है, मगर जो पार्टी हमारी समस्याओं की अनदेखी करेगी उसका डट कर विरोध करेंगे और जो पार्टी हमारे मुद्दों का समाधान करेगी हम उसका स्वागत भी करेंगे। दिल्ली देहात के लोगों ने इस बार आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है और हम इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं।

चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने बताया कि 15 सितंबर को ही दिल्ली के जंतर मंतर पर हजारों की संख्या में एकजुट होकर हमने अपने हक और अधिकार के लिए हुंकार भरकर जिस लड़ाई का आगाज किया था, अब हम उसे अंजाम तक पहुंचाकर ही दम लेंगे। हम दिल्ली के उपराज्यपाल, केंद्र सरकार, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार से जल्द से जल्द सभी समस्याओं के समाधान की मांग करते हैं। हमने पहले भी 15 दिन का समय दिया था जो बीत गया और इसी कारण हमें अनिश्चितकालीन धरने पर बैठना पड़ा है। अब दिल्ली के 360 गांव के लोगों ने एकमत से फैसला कर लिया है कि वर्षों से लंबित हमारे सभी समस्याओं के पूर्ण समाधान तक ये आंदोलन रुकने वाला नहीं है।

चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली के विस्तार और विकास में यहां के ग्रामीणों ने ही बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया, मगर दिल्ली के ग्रामीण इलाके ही बदहाली का शिकार हैं। टूटी सड़कें, जहां तहां भरा पानी, गंदी नालियां और बजबजाते सीवर चारों तरफ फैली गंदगी यही दिल्ली के गांवों की तस्वीर है। आज हालात ये हैं कि दिल्ली के गांव ना शहर रहे ना गांव बल्कि उनकी स्थिति स्लम इलाके जैसी हो गई है। इतनी गंदगी और बदहाली में रह रहे गांव के लोगों को हर समय बीमारियों के फैलने या किसी अनहोनी का डर बना रहता है। इसीलिए अब दिल्ली देहात के लोगों ने मन बना लिया है कि इस बार लड़ाई आर पार की है। दिल्ली के ग्रामीण अपनी लगातार अनदेखी से बेहद नाराज़ हैं और इस बार हम केवल कोरे आश्वासन नहीं, बल्कि समाधान लेकर रहेंगे।

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