मुख्यमंत्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री प्रदूषण नियंत्रण पर घोषणाओं की जगह उसके क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करें : यादव

मुख्यमंत्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री प्रदूषण नियंत्रण पर घोषणाओं की जगह उसके क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करें, तो वास्तविकता में प्रदूषण से निपट सकेंगे : यादव


Mcd Live News नई दिल्ली

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण नियत्रंण में असफल दिल्ली सरकार भी समझ चुकी है कि राजधानी में बढ़ते खतरनाक प्रदूषण को नियंत्रित करने में पिछले 11 वर्षों से नाकाम साबित रही है, जिसमें पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की विश्वसनीयता दिल्ली वालों के बीच खत्म हो चुकी है, यही कारण है आज प्रदूषण पर ग्रेप-1 लागू करने के लिए मुख्यमंत्री आतिशी को संबोधित करना पड़ा।

 देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण करने नाम पर प्रतिदिन सिर्फ घोषणा कर रही है और ग्रेप-1 लागू होने के बाद 33 टीम दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी, 33 टीम इंडस्ट्री विभाग, 33 टीम राजस्व विभाग जो दिल्ली में सरकारी और प्राइवेट निर्माण कार्यों में निरीक्षण करके सिर्फ देखने का काम करेंगे कि ग्रेप-1 के अंतर्गत 10 प्रदूषण कारकों को नियंत्रित करने में काम हो रहा है या नहीं। इसी तरह दिल्ली नगर निगम को निर्माण कार्य के वेस्ट को हटाने, ओपन बर्निग को नियंत्रित करने के लिए 116-116 टीमें बनाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हर वर्ष इस तरह की योजना बनाती है परंतु प्रदूषण पर नियंत्रण करने में चौतरफा विफल रही है।

 देवेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी ने स्वयं स्वीकार किया कि दिल्ली की सड़कें बदहाल है और डस्ट को कंट्रोल करने के लिए पीडब्लूडी 200 स्मॉग गन, एनसीबी 30 स्मॉग गन और एनसीआरबी 14 स्मॉग गन सड़क व सड़क किनारे डस्ट को नियंत्रण कर पाऐंगी, जबकि पीडब्लूडी की 1400 कि0मी0 की सड़कें है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने एडवाईजरी जारी करके पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और पटाखे चलाने पर पूरी तरह पाबंदी लगाने की घोषणा के बावजूद भ्रष्टाचार के कारण आश्वस्त नही है कि दिल्ली में पटाखों पर नियंत्रण कर पाऐंगे।

 देवेन्द्र यादव ने कहा कि आतिशी का अत्यधिक ट्रेफिक जोन पर नियंत्रण के लिए होम गार्ड लगाने और ट्रेफिक पुलिस की अधिक मौजूदगी से किस तरह प्रदूषण किया जाएगा। पिछले वर्षों में रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ, ऑड इवन योजना से दिल्ली में क्या प्रदूषण नियंत्रण कर पाऐं है। उन्होंने कहा कि मैं गोपाल राय से पूछना चाहता हूॅ कि क्यों दिल्ली सरकार पंजाब में जलाई जा रही पराली को नकार कर पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहरा रहे है। बेशक हरियाणा व अन्य राज्यों में पराली जलाई जाती है परंतु केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के नेता पराली जलाने के मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री को कठघरे में क्यों नही खड़ा करते?

 देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम दिल्ली में गंदगी के ढ़ेर को खत्म करने में पूरी तरह से नाकाम रही है और तीनों लैंडफिलों में जलते और सड़ते कूड़े से निकलती जहरीली गैस राजधानी में प्रदूषण का मुख्य कारण है। कूड़े के ढेर, गंदगी के लिए दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की कमी भी कारण है जिसके चलते गंदगी भी प्रदूषण बढ़ाने का काम करती है।

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