AAP के महेश खींची बनें दिल्ली के महापौर

AAP के महेश खींची बनें दिल्ली के महापौर
- भाजपा के किशन लाल को तीन मतों से हराया

Mcd Live News नई दिल्ली

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर चुनाव में आम आदमी पार्टी ( आप ) को 3 मतों से जीत मिली है। आप के पार्षद महेश कुमार खींची गुरुवार को दिल्ली के नए महापौर बन गए हैं। उन्होंने भाजपा के शकूरपुर वार्ड पार्षद किशन लाल को तीन मतों से हराया। यहां सिविक सेंटर, निगम मुख्यालय में महापौर पद के निर्वाचन के लिए कुल 265 मत डाले गए जिसमें से 2 मत अवैध घोषित किये गए। महेश कुमार को 133 मत प्राप्त हुए वहीं किशन लाल ने 130 मत हासिल किये। किशन लाल शकुरपुर, वार्ड संख्या - 62 से पार्षद हैं। बता दें कि यह वर्ष दलित उम्मीदवार के लिए आरक्षित था। वहीं, महापौर पद का चुनाव हारने के बाद भाजपा उम्मीदवार ने अपना नाम वापिस ले लिया, जिसके बाद आम आदमी पार्टी के रविंद्र भारद्वाज उपमहापौर के पद पर निर्विरोध चुने गए। रविंद्र भारद्वाज अमन विहार, वार्ड संख्या - 41 से पार्षद है। उनके प्रतिद्वंदी उम्मीदवार, बीजेपी की पार्षद, नीता बिष्ट ने अपना नामांकन वापस ले लिया। नीता बिष्ट सादतपुर, वार्ड संख्या- 247 से पार्षद हैं। वहीं, चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के दौरान सदन में पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा के आते ही कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और चुनाव का बहिष्कार करते हुए सदन से बाहर चले गए। कांग्रेस का आरोप है कि अनुसूचित जाति का महापौर बनना था, इसलिए चुनाव 5 महीने की देरी से कराए जा रहे हैं।


-दिल्ली के विकास के लिए पूरी ईमानदारी से करेंगे कार्य : महेश खींची
नवनिर्वाचित महापौर महेश कुमार ने सदन में मौजूद सभी लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल का आभार जताया और कहा कि उनके नेतृत्व में हम सभी मिलकर दिल्ली के विकास के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे। महापौर महेश ने कहा कि मेरी प्राथमिकता शहर की स्वच्छता के लिए काम करना होगा। हम लोग दिल्ली की जनता के लिए कार्य करेंगे।

- भाजपा को 10 मत ज्यादा मिले
बता दें कि दिलचस्प बात यह है कि भाजपा के पास केवल 122 मत थे। इसके बावजूद भाजपा को 10 मत ज्यादा मिले। इसका मतलब यह हुआ कि आप के कुछ पार्षदों ने भाजपा के पक्ष में क्रॉस मतदान किया।  जानकारी के अनुसार संख्या बल के हिसाब से आप के पास 142 वोट थे, जिनमें से 3 राज्यसभा सांसद, 13 विधायक और 126 पार्षद शामिल हैं। जबकि भाजपा के पास 7 लोकसभा सांसद, एक विधायक और 114 पार्षदों के समर्थन से 122 वोट हैं। 

Comments