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मांगों पर सहमति नहीं बनी तो औचंदी बॉर्डर धरना स्थल से राजघाट तक के किसान करेंगे पैदल मार्च : लोहचब
- जिला अधिकारी से अनुरोध, केंद्र सरकार के साथ बातचीत का किया जाए प्रबंध
Mcd Live News नई दिल्ली
भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा के किसान प्रतिनिधियों की यदि मुख्य मांगों पर प्रशासन के साथ सहमति नहीं बनी तो धरना स्थल औचंदी बॉर्डर से राजघाट तक के पैदल मार्च का आयोजन किया जाएगा तथा मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार तक अपने किसानों के साथ हो रहे अन्याय तथा उत्पीड़न को उजागर किया जाएगा। भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष सतेन्द्र लोहचब ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग के अंतर्गत आने वाले जिला अधिकारी उत्तरी (डीएम नॉर्थ), एसडीम नरेला, तहसीलदार, क्षेत्रीय एसीपी, एसएचओ बवाना, पावर ग्रिड के अधिकारियों के साथ एचटी पॉवर लाइन को लेकर हुई बैठक के बाद यह बयान जारी किया। उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी कार्यालय की तरफ से दो दिन पहले बातचीत का निमंत्रण आया था। बैठक में गांव औचंदी से डॉ. महेंद्र सिंह, कुतुबगढ़ से कंवरलाल तथा दिलबाग सिंह, बाजीतपुर से अजीत प्रधान तथा मुंगेशपुर से महेंद्र राणा, बख्तावरपुर से विकास ग्रेवाल, ताजपुर से इंद्रजीत, कुलदीप तथा हमींदपुर से राजकुमार उपस्थित थे।
मोर्चा के अध्यक्ष सतेन्द्र लोहचब ने बताया कि बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति में सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई। बातचीत में मुआवजे के लिए सर्किल रेट में भी कुछ वृद्धि की गई है। परंतु हमारी जो मुख्य अन्य मांगी थी उन पर बात आगे नहीं बढ़ पाई जिसमें दुर्घटना की स्थिति में 50 लाख के मुआवजे की व्यवस्था तथा कॉरिडोर का सर्किल रेट का 70 प्रतिशत के भुगतान आदि शामिल है। सतेन्द्र लोहचब ने बताया कि जिला अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि इस विषय पर किसानों के साथ बैठकर समीक्षा की जाए तथा इसका समाधान निकाला जाए। उन्होंने जिला अधिकारी से अनुरोध किया कि केंद्र सरकार के साथ बातचीत का प्रबंध किया जाए जिससे कि समस्या का समुचित हल निकल सके। यदि इस तरह का वातावरण बन पाता है तो यह प्रशासन तथा किसानों के लिए एक बहुत ही सुखदायक स्थिति होगी। इस संबंध में डीएम और एसडीएम से संपर्क किया गया लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
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