प्रतियोगिताओं में बच्चों को बढ़चढ़कर भाग लेने के प्रेरित करें अभिभावक: वेदिता


प्रतियोगिताओं में बच्चों को बढ़चढ़कर भाग लेने के प्रेरित करें अभिभावक: वेदिता रेड्डी

-शाह आडोटोरियम में होली ट्रिनटी स्कूल के बच्चों ने वार्षिक समारोह में दी मनमोहन प्रस्तुति
-कार्यक्रम में मुख्यअतिथि रही दिल्ली सरकार की शिक्षा निदेशक आइएएस वेदिता रेड्डी

नई दिल्ली: MCD LIVE NEWS


आइपी एक्सटेंशन स्थित होली ट्रिनटी स्कूल के पांचवे वार्षिकोत्सव में नन्हें-नन्हें बच्चों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया वहीं अभिभावक अपने बच्चों की प्रस्तुति देख भावुक हो गए। किसानों और भारतीय नौसेना के जवानों की जीवनशैली और उनके जीवंत घटनाक्रमों को प्रस्तुति शाह आडोटोरियम तालियों से गूंज उठा। इस अवसर पर शिक्षा निदेशक आइएएस श्रीमती वेदिता रेड्डी और स्कूल के चेयरमैन  श्री कुलजीत सिंह चहल ने बच्चों को शानदार प्रस्तुति पर बधाई दी।

वेदिता रेड्डी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों का सही मार्गदर्शन करना ही एक शिक्षक का प्रमुख कर्तव्य होता है। बच्चे खेलते-कूदते और नाचते हुए सबसे ज्यादा आनंदित दिखाई देते हैं। यदि सही दिशा और प्रोत्साहन मिले तो हमारे बच्चे हर ऊंचाई को छू सकते हैं। माता-पिता को भी प्रयास करना चाहिए कि उनके बच्चे हमेशा खुश रहें और आत्मविश्वास से भरे रहें।
उन्होंने कहा कि स्कूल बच्चों के विकास का एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे न केवल शिक्षा प्राप्त करते हैं बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के माध्यम से खुद को निखारने का अवसर भी पाते हैं। इसलिए, सभी बच्चों को प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए। पांच वर्ष की आयु में खेल और प्रतियोगिताओं में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि बच्चा प्रतियोगिता में भाग ले और उसे पूरी निष्ठा से पूरा करे।बच्चे वही सीखते हैं, जो उनके माता-पिता और शिक्षक उन्हें सिखाते हैं। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन और समर्थन मिले, तो वे किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। उड़ान की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए बच्चों को हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में स्कूल की निदेशक श्रीमती डिंपल चहल ने कहा कि हर वर्ष बच्चों की प्रस्तुति चौंकाने वाली होती है जो  कि स्कूल के शिक्षकों की मेहनत को प्रदर्शित करती है। स्कूल की प्रिंसीपल श्रीमती श्रुति आहूजा ने बताया कि डेढ़ माह से बच्चों ने लगातार अभ्यास किया। जिसमें स्कूल के शिक्षकों और पूरे स्टाफ का पूरा सहयोग रहा।

Comments