बजट ने सरकारी खजाना खाली होने के सीएम रेखा गुप्ता के झूठ का किया पर्दाफाश : सौरभ भारद्वाज
- दिल्ली बजट के आंकड़ों से साफ हो गया है कि ‘‘आप’’ सरकार 2965 करोड़ रुपए नई सरकार के लिए छोड़कर गई है
- दिल्ली के एक लाख करोड़ रुपए के बजट का कोई सिद्धांत नहीं है, भाजपा सरकार ने पूरा बजट काल्पनिक आंकड़ों पर बनाया है
- भाजपा को बताना चाहिए कि क्या एक लाख करोड़ रुपए जुटाने के लिए दिल्ली के व्यापारियों पर टैक्स की दरें बढ़ाने जा रही है
- जो वित्त सचिव 10 हजार करोड़ रुपए उधार लेने के ‘‘आप’’ सरकार के प्रस्ताव का विरोध किए थे, वही अब 15 हजार करोड़ कर्ज लेने की बात कह रहे
नई दिल्ली, 26 मार्च 2025
दिल्ली सरकार के बजट ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के उस झूठ का पर्दाफाश कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सरकारी खजाना खाली कर दिया है। मंगलवार को आए बजट के आंकड़ों से साफ हो गया है कि ‘‘आप’’ सरकार 2965 करोड़ रुपए नई सरकार के लिए छोड़कर गई है। सीएम रेखा गुप्ता के झूठा को दिल्लीवालांे के सामने रखते हुए ‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के एक लाख करोड़ रुपए के बजट का कोई सिद्धांत नहीं है। इसमें भाजपा सरकार की कोई गंभीरता नहीं दिख रही है। सरकार ने पूरा बजट एक काल्पनिक आंकड़ों पर बनाया है। भाजपा को बताना चाहिए कि क्या वह एक लाख करोड़ रुपए जुटाने के लिए दिल्ली के व्यापारियों पर टैक्स की दरें बढ़ाने जा रही है?
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली बजट के अंदर एक बात तथ्यात्मक रूप से स्पष्ट हो गई है कि भाजपा की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता झूठ बोलती हैं। जब रेखा गुप्ता से पूछा गया कि महिलाओं को 2500 रुपए प्रतिमाह कब से देंगी तो उन्होंने कहा कि सरकारी खजाना खाली है। रेखा गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार सरकारी खजाना खाली करके गई है। मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश करने के दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने खुद अपने झूठ का पर्दाफाश कर दिया।
सौरभ भारद्वाज ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि इस सरकार के बजट का ओपनिंग वैलेंस 2965 करोड़ रुपए है। ओपनिंग वैलेंस का मतलब होता है कि पुरानी सरकार (आम आदमी पार्टी की सरकार) कितना पैसा नई सरकार के लिए छोड़कर गई है। आम आदमी पार्टी की सरकार 2965 करोड़ रुपए भाजपा की नई सरकार के लिए छोड़कर गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मंगलवार को आया दिल्ली सरकार का बजट साफ दिखाता है कि इस बजट का कोई सिद्धांत नहीं है। एक लाख करोड़ रुपए के बजट ने दिखा दिया कि सरकार के अंदर कोई गंभीरता नहीं है कि वह सच्चाई के आधार पर बजट बनाए। भाजपा की दिल्ली सरकार ने पूरा का पूरा बजट एक काल्पनिक आंकड़ों पर बना दिया है। भाजपा ने बोल दिया कि पिछली बार सरकार ने 76 हजार करोड़ रुपए पैसा खर्च कर सकते हैं और 2025-26 में एक लाख करोड़ रुपए खर्च करेंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार के पास 1 लाख करोड़ रुपए कहां से आएगा, यह भाजपा ने नहीं बताया। क्या यह पैसा व्यापारियों से आएगा? क्या अब भाजपा की सरकार एक लाख करोड़ रुपए जुटाने के लिए व्यापारियों के उपर टैक्स की दरें बढ़ाई जाएंगी? क्या उन व्यापारियों की गर्दन दबोची जाएगी, जो कह रहे थे कि वैश्य समाज की सरकार बनी है। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि एक लाख करोड़ रुपए कहां से आएंगे? भाजपा को बताना चाहिए कि जब दिल्ली सरकार का बजट 76 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 1 लाख करोड़ बनेगा, तो वह पैसा व्यापारियों की गर्दन काट कर बनेगा या फिर कहीं और से यह पैसा आएगा? भाजपा ने यह बात कही नहीं है, लेकिन स्पष्ट है कि व्यापारियों के गर्दन पर ही हाथ रखा जाएगा।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने जब 10 हजार करोड़ रुपए नेशनल स्मॉल सेविंग फंड से उधार लेने का प्रस्ताव दिया तो दिल्ली सरकार के वित्त सचिव एसी वर्मा ने अपनी नोटिंग में कहा था कि सरकार नेशनल स्मॉल सेविंग फंड से उधार नहीं ले सकते हैं। इससे बड़ी विपदा आ जाएगी। इससे आसमान गिर जाएगा। एसी वर्मा ही आज भी दिल्ली सरकार के वित्त सचिव हैं। एसी वर्मा पर आम आदमी पार्टी की सरकार के तमाम काम रोकने के आरोप भी लगे थे। आज जब वित्त सचिव एससी वर्मा दिल्ली सरकार का बजट बना रहे हैं तो वह कह रहे हैं कि 10 हजार करोड़ नहीं, बल्कि 15 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेंगे।
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