बाबू जगजीवन राम अस्पताल की समस्याओं को लेकर CM से मिली पूर्व पार्षद




बाबू जगजीवन राम अस्पताल की समस्याओं को लेकर CM से मिली पूर्व पार्षद 

- यहां अस्पताल विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी
- पिछले 5 वर्षों से अल्ट्रासाउंड की मशीन बंद पड़ी है

नई दिल्ली MCD LIVE NEWS 

दिल्ली सरकार के बाबू जगजीवन राम अस्पताल की समस्याओं को लेकर शुक्रवार को जहांगीरपुरी से पूर्व निगम पार्षद पूनम अश्विनी बागड़ी दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और बादली क्षेत्र के विधायक दीपक चौधरी से मुलाकात कर उन्हें पत्र सौंपा। इस अवसर पर पूनम बागड़ी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि बाबू जगजीवन राम अस्पताल में पिछले 5 वर्षों से अल्ट्रासाउंड की मशीन बंद पड़ी है। मेडिसिन, सर्जन, आंखों के डॉक्टर, रेडियोलॉजी और हड्डियों के डॉक्टर व आंख नाक कान के डॉक्टर नहीं है तथा इस अस्पताल में प्रत्येक दिन करीब 350 जच्चा बच्चा के ऑपरेशन होते हैं परंतु यहां पर सिर्फ दो ही डॉक्टर हैं जिससे महिलाओं को बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ता है।  


           इस अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ व डॉक्टर वैदिक ग्रुप के कर्मचारी की 50 प्रतिशत की कमी है। इस अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाई भी नहीं है जबकि आज से 10 वर्ष पूर्व जगजीवन राम अस्पताल के के बिस्तर की संख्या बढ़ाने हेतु एक नई बिल्डिंग बनाने की योजना थी जिसमें ट्रॉमा सेंटर ब्लड बैंक आदि सुविधाएं देने का प्रावधान था परंतु दिल्ली में केजरीवाल की सरकार ने इस फाइल को दबा दिया। यह जनता के साथ एक बहुत बड़ा खिलवाड़ है। पूर्व पार्षद बागड़ी ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता एवं विधायक दीपक चौधरी ने काफी जल्दी अस्पताल का दौरा कर अस्पताल में सभी सुविधाएं जल्द से जल्द महिला कराई जाएगी। 

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