निगम शिक्षकों का सिविक सेंटर पर प्रदर्शन आज

निगम शिक्षकों का सिविक सेंटर पर प्रदर्शन आज 

- शिक्षकों की हुंकार से घबराया शिक्षा विभाग
- धरने को विफल करने के लिए निदेशक शिक्षा ने लगाई ताकत कल सभी स्कूलों के विजिट पर रहेंगे अधिकारी और मेंटर्स शिक्षक

नई दिल्ली/ MCD LIVE NEWS 

दिल्ली नगर निगम के शिक्षक आज 15 अप्रैल को दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर के गेट नंबर 3 पर धरना प्रदर्शन करेंगे। शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप खत्री ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल को निगम के हजारों शिक्षक सिविक सेंटर के गेट नंबर 3 पर अपने बकाया वेतन और लाखों रुपए के बकाया एरियर्स की मांग के साथ मेंटर्स शिक्षक पॉलिसी को बंद करने के लिए एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। कुलदीप खत्री ने कहा कि ये निगम में वर्तमान शिक्षा निदेशक की बौखलाहट को साफ दर्शाता है कि वे शिक्षक समाज की एकजुटता से डर गए हैं।
    शिक्षकों ने कहा कि इस कारण शिक्षा विभाग ने 15 अप्रैल को स्कूलों में निरीक्षण रखा है। पर शिक्षक समाज छुट्टी लेकर धरने में आएगा, छुट्टी लेना शिक्षकों का अधिकार है ज्यादा तानाशाही जबरदस्ती करने पर शिक्षक समाज का धरना अनिश्चितकालीन में बदल सकता है और उन्होंने वर्तमान शिक्षा निदेशक को तुरंत हटाने की मांग की अन्यथा शिक्षा विभाग फिर से अंधेरे और भ्रष्टाचार के दौर से गुजरेगा जिसका विरोध शिक्षक समाज रोड पर उतरकर करेगा।

शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष से बात करने पर उन्होंने जानकारी दी कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब जब भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ शिक्षक संगठन ने आवाज उठाई है, उसे इसी प्रकार कुचलने दबाने के लिए भ्रष्ट अधिकारी और उनके भ्रष्टाचार में शामिल चाटुकार अधिकारी और विकास त्रिपाठी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल रहे कुछ शिक्षक यह सब षड्यंत्र रच रहे हैं।
 ज्ञात हो कि वर्तमान शिक्षा निदेशक भी पूर्व शिक्षा मंत्री आतिशी के PA और उनके साथ उस समय निगम का कार्यभार देख रहे अधिकारी के साथ ऑनलाइन ट्रांसफर लिस्ट में भ्रष्टाचार करने वाले कुछ शिक्षक और अधिकारियों के साथ मिलकर शिक्षक ट्रांसफर प्रकिया में भ्रष्टाचार कर रहें हैं जिसका विरोध निगम के दो शिक्षक संगठन मिलकर कर रहें हैं। 1200 शिक्षक ट्रांसफर मांग रहे हैं पर सिफारिशी ट्रांसफर किए जा रहे हैं। शिक्षकों के हक को मारा जा रहा है यह सरासर भेदभाव है,  इसलिए निगम शिक्षा विभाग को निगम से किसी अधिकारी को शिक्षा निदेशक बनाकर बचाया जाए। ऐसे बाहर से डेप्युटेशन पर आए अधिकारी को शिक्षा विभाग का अनुभव नहीं होता इस कारण वह पहले से भ्रष्टाचार कर दीमक की तरह शिक्षा विभाग को चाट रहे लोगों के चंगुल में फंस जाता है। उसे ज्ञान ही नहीं की शिक्षकों से दुश्मनी लेकर उन्हें अपमानित प्रताड़ित करके स्कूल संचालन नहीं हो सकता है। वर्तमान स्थिति में शिक्षक मानसिक पीड़ा के दौर से गुजर रहे हैं, उन्हें अपने निजी फोन में हाजरी ऐप डाउनलोड करने के लिए बाध्य किया जा रहा है और उसी हाजरी ऐप पर समय से हाजरी ना जाने पर सैलरी काटने के आदेश दिए जा रहे हैं। ऐसे में शिक्षक समाज के सामने विरोध करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता है। इसी लिए कल 15 अप्रैल को निगम के हजारों शिक्षक सिविक सेंटर के गेट नंबर 3 पर धरना प्रदर्शन करने अपनी बकाया सैलरी और लाखों रुपए के बकाया एरियर्स की मांग के साथ मेंटर्स शिक्षक पॉलिसी को बंद करने के लिए एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

कुलदीप खत्री ने कहा कि ये वर्तमान निदेशक शिक्षा की बौखलाहट को साफ दर्शाता है कि वे शिक्षक समाज की एकजुटता से डर गए हैं इस कारण उन्होंने 15 अप्रैल को स्कूलों में विजिट रखी है पर शिक्षक समाज छुट्टी लेकर धरने में आएगा छुट्टी लेना शिक्षकों का अधिकार है, ज्यादा तानाशाही जबरदस्ती करने पर शिक्षक समाज का धरना अनिश्चितकालीन मैं बदल सकता है और उन्होंने वर्तमान शिक्षा निदेशक को तुरंत हटाने की मांग की अन्यथा शिक्षा विभाग फिर से अंधेरे और भ्रष्टाचार के दौर से गुजरेगा जिसका विरोध शिक्षक समाज रोड पर उतरकर करेगा।

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