CM रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ की समीक्षा बैठक

CM रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में आज महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ की गई समीक्षा बैठक

-महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों  को आंगनवाड़ी केंद्रों के नियमित रूप से विजिट करने के दिए गए आदेश 

-विभाग के अधिकारियों  को आंगनवाड़ी केंद्रों के समग्र पुनर्विकास के दिए गए निर्देश 

-राजधानी में 500 नए पालना केंद्र स्थापित करने के निर्देश; औद्योगिक क्षेत्र, मंडी और निर्माण स्थलों पर फोकस

-वर्किंग वुमन के लिए उत्तर पश्चिम दिल्ली और शाहदरा में दो नए ‘सखी निवास’ बनेंगे

नई दिल्ली , 26 अप्रैल 2025

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में आज दिल्ली सचिवालय में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक का उद्देश्य दिल्ली में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और उन्हें और प्रभावी बनाने के उपायों पर विचार करना रहा। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं और बच्चों का सशक्तिकरण केवल नीतियों से नहीं, बल्कि उनके प्रभावी और संवेदनशील क्रियान्वयन से संभव है। हर महिला और बच्चा सम्मान और सुरक्षा का हकदार है। 'विकसित दिल्ली' का सपना तभी साकार होगा जब हमारी महिलाएँ और बच्चे सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर होंगे।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार का  संकल्प है कि हर महिला को सम्मान और हर बच्चे को एक सुरक्षित, स्वस्थ और उज्जवल भविष्य मिले। महिला सशक्तिकरण और बाल विकास ही एक सशक्त समाज की नींव हैं, और दिल्ली सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। 

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी अधिकारियों को आंगनवाड़ी केंद्रों का नियमित रूप से विजिट करने के आदेश दिए, ताकि ज़मीनी स्तर पर सुविधाओं की स्थिति का आकलन किया जा सके और आवश्यक सुधार कार्य किए जा सकें। इसके साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों के समग्र पुनर्विकास  के निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिससे इन केंद्रों को अधिक सुरक्षित, स्वच्छ, और बच्चों के अनुकूल बनाया जा सके। सरकार का उद्देश्य है कि हर आंगनवाड़ी केंद्र बच्चों के लिए एक पोषणयुक्त, सुरक्षित और शिक्षाप्रद वातावरण प्रदान करे।

उन्होंने बताया कि सरकार ने कुछ नई आंगनवाड़ी इकाइयां स्थापित करने का भी निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग को नए स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं| मुख्यमंत्री ने वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) के कामकाज और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने में उनकी भूमिका की भी समीक्षा की। उन्होंने विभाग को मौजूदा वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) के प्रभावी संचालन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और राजधानी भर में महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए 11 अतिरिक्त वन स्टॉप सेंटर अर्थात प्रत्येक जिले में एक वन स्टॉप सेंटर की स्थापना करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।


मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि वर्तमान में दिल्ली में कुल 187 पालना केंद्र संचालित हैं, जहाँ बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है। राजधानी में बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली भर में 500 नए पालना केंद्रों की स्थापना की जाए। इसके लिए औद्योगिक क्षेत्र ,मंडी , कंस्ट्रक्शन साइट्स आदि जगहों पर विशेष तौर पर लोकेशन चिन्हित करने के निर्देश दिए गए है। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि पालना योजना का उद्देश्य बच्चों के लिए सुरक्षित और संरक्षित वातावरण में गुणवत्तापूर्ण क्रेच सुविधा प्रदान करना, पोषण संबंधी सहायता, बच्चों के स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक विकास, विकास निगरानी और टीकाकरण प्रदान करना है। पालना के तहत क्रेच सुविधाएं सभी माताओं को प्रदान की जाती हैं, चाहे उनकी रोजगार स्थिति कुछ भी हो।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए  प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए दिल्ली में  कार्यरत महिलाओं के लिए दो नए "सखी निवास"  खोलने जा रही है। यह सखी निवास दिल्ली के उत्तर पश्चिम जिला और शाहदरा में खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य कामकाजी महिलाओं और उच्च शिक्षा/प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान पर आवास की उपलब्धता को बढ़ावा देना है, साथ ही शहरी, अर्ध-शहरी और यहां तक ​​कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर मौजूद हैं, बच्चों के लिए डे केयर सुविधा भी उपलब्ध कराना है।


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