संघर्ष की राह पर अकेला चलने वाला भी इतिहास रच सकता है: रेखा गुप्ता
- ओड समाज के कार्यक्रम में बोली सीएम, जब प्रयास जनहित में हो, तो सृष्टि भी साथ देती है।
- महर्षि भगीरथ जयंती समारोह में सीएम ने लोगों से भगीरथ बनने की अपील की
नई दिल्ली 7 जुलाई, 2025
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि महर्षि भगीरथ का जीवन हमें सिखाता है कि संघर्ष की राह पर अकेला चलने वाला भी इतिहास रच सकता है और जब प्रयास जनहित में हो, तो सृष्टि भी साथ देती है। मुख्यमंत्री ने यह विचार महर्षि भगीरथ जयंती समारोह में व्यक्त किए। दक्षिण दिल्ली स्थित छतरपुर में इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली भारतीय ओड समाज सेवा संघ ने किया था।
इस कार्यक्रम में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, दक्षिण भारतीय नेता अवधूत विनय गुरुजी, बीजेपी प्रदेश महामंत्री विष्णु मित्तल, सांसद रामबीर सिंह बिधूडी, दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, दिल्ली मेयर राजा इकबाल सिंह, विधायक करतार सिंह तंवर, ओढ समाज के पदाधिकारी महेंद्र सिंह मजोका, एडवोकेट एम अरुल, एडवोकेट बीरबल चित्रा, अर्जुन साडी, रमेश कालिया, डॉ. वेंकटेश मौर्या आदि मौजूद थे। कार्यक्रम में ओड समाज के नेताओं ने अपनी समस्याएं बताईं और ओड समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाटी माइन्स स्थित संजय कॉलोनी को सुविधाएं दी जाएंगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आज हमें आत्ममंथन करना चाहिए कि क्या हम भी अपने जीवन में कोई ‘गंगा’ ला पा रहे हैं? आज के दौर में भगीरथ प्रयास हर उस व्यक्ति की पहचान बन चुका है, जो सीमित संसाधनों में भी समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री के अनुसार एक बेटी, जो परिवार की ज़िम्मेदारियां निभाते हुए कॉलेज जाती है– वह भी भगीरथ है। जब एक शिक्षक, जो सीमित साधनों में बच्चों का भविष्य गढ़ता है– वह भी भगीरथ है। है। एक मज़दूर, जो शहरों की नींव रखता है– वह भी भगीरथ है। भगीरथ केवल इतिहास नहीं हैं, वे हर संघर्षशील भारतीय के भीतर जीवित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जयंती के पावन अवसर पर हम यह संकल्प लें कि हम भी अपने जीवन में कोई ऐसा कार्य करेंगे, जो समाज को दिशा दे, हम संघर्ष से भागेंगे नहीं, बल्कि उसे अपनी साधना बनाएंगे और हम अपनी नई पीढ़ी को सिखाएंगे कि पुराणों के नायक केवल मंदिरों में नहीं, हमारे मन और कर्म में भी जीवित रहने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली भारतीय ओड समाज सेवा संघ को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देती हूं और आग्रह करती हूं कि हम सब मिलकर महर्षि भगीरथ के आदर्शों को जीवित रखें, संघर्ष करें, समाज को उठाएं, और संस्कृति से जुड़कर विकास की गंगा बहाएं।
Comments
Post a Comment