12 हजार MCD कर्मियों के मुद्दे पर आप नेताओं का हंगामा बेनकाब, बजट में नहीं था कोई प्रावधान: मुकेश गोयल
12 हजार MCD कर्मियों के मुद्दे पर आप नेताओं का हंगामा बेनकाब, बजट में नहीं था कोई प्रावधान: मुकेश गोयल
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2025 | MCD लाइव न्यूज रिपोर्ट
दिल्ली नगर निगम (MCD) की 10 जुलाई को आयोजित सदन बैठक एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों द्वारा 12 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग को लेकर किए गए हंगामे पर अब सियासत तेज़ हो गई है। इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (IVP) के वरिष्ठ नेता और निगम पार्षद मुकेश गोयल ने आम आदमी पार्टी पर बड़ा हमला बोला है।
सदन के बाद आयोजित एक प्रेस वार्ता में मुकेश गोयल ने कहा कि AAP पार्षद सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने जिस प्रस्ताव को लेकर बवाल मचाया, वह महज एक प्राइवेट मेंबर बिल था, जिसे निगम एक्ट में कोई विधिक मान्यता नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को पक्का करने और उनके वेतन के लिए न तो किसी प्रकार का वित्तीय प्रावधान किया गया और न ही एमसीडी के बजट में इसके लिए कोई मद तय की गई।
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संपादकीय टिप्पणी:
इस प्रकरण से यह स्पष्ट हो गया है कि दिल्ली नगर निगम में राजनीतिक दलों की आपसी खींचतान कर्मचारियों और जनता दोनों के हितों पर भारी पड़ रही है। ज़रूरत इस बात की है कि राजनीतिक दल सस्ती राजनीति से ऊपर उठकर, लोकतांत्रिक संस्थाओं की गरिमा को बनाए रखें और जनहित से जुड़े मसलों पर गंभीरता से काम करें।
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- नियमों की अनदेखी, सदन में दिखावा: गोयल
मुकेश गोयल ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने जानबूझकर अपने कार्यकाल के अंतिम समय में ऐसे प्रस्ताव पास कराए जो तकनीकी और कानूनी दोनों ही दृष्टिकोण से कमजोर थे। उन्होंने कहा कि AAP को पता था कि फरवरी में दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद वे MCD में अल्पमत में आ जाएंगे, इसलिए झूठी वाहवाही लूटने के लिए ऐसे प्रस्ताव पारित किए गए, जिनकी कोई वैधानिक ताकत नहीं थी।
IVP की स्पष्ट नीति: जो भी जनता के हित में, मिलेगा समर्थन
मुकेश गोयल ने बताया कि इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी की नीति को स्पष्ट करते हुए गोयल ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा दिल्ली की जनता और MCD कर्मचारियों के हक की बात करेगी।"यदि बीजेपी भी कोई ऐसा प्रस्ताव लाती है जो जनता विरोधी हो, तो हम उसका विरोध करने में पीछे नहीं हटेंगे।उन्होंने मेयर और स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन से विधिवत प्रस्ताव लाने और नियमानुसार कर्मचारियों को पक्का करने की मांग की।
हंगामे से रुके ज़रूरी काम
सदन में हुए हंगामे पर गोयल ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे दिल्ली की ज़रूरतों से जुड़ी बहस और फैसले रुक गए। विशेषकर बारिश के कारण दिल्ली के कई क्षेत्रों में जलभराव, करोल बाग अग्निकांड, और कर्मचारियों से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा नहीं हो सकी।
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