आजादी के 77 वर्ष बाद दिल्ली नगर निगम के शिक्षक उठाएंगे कूड़ा, रोष

आजादी के 77 वर्ष बाद दिल्ली नगर निगम के शिक्षक उठाएंगे कूड़ा, रोष
- स्कूल परिसर से बाहर भी निभाएंगे 'स्वच्छता दूत' की भूमिका

 नई दिल्ली MCD LIVE NEWS 

स्वच्छ भारत की मुहिम अब दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की दीवारों से निकलकर गलियों और पार्कों तक पहुँच गई है। इस बार शिक्षक केवल चौंक और ब्लैकबोर्ड ही नहीं संभालेंगे, बल्कि झाड़ू और डस्टबिन भी उठाएंगे। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक अहम निर्देश के तहत 1 से 31 अगस्त 2025 तक राजधानी के सभी स्कूलों को 'दिल्ली को कूड़े से आज़ादी – स्वच्छता अभियान' में भाग लेना होगा। इसका मकसद न केवल स्कूल परिसर को स्वच्छ रखना है, बल्कि आसपास की गलियों, पार्कों और मोहल्लों को भी साफ करना है।


- शिक्षक बनेंगे 'स्वच्छता प्रहरी'

जानकारी के अनुसार बता दें कि 25 जुलाई को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय किया गया कि प्रत्येक विद्यालय अपने पास के किसी एक सार्वजनिक स्थान — गली, सड़क, पार्क या अन्य क्षेत्र — को स्वच्छता क्षेत्र के रूप में अपनाएगा। चूंकि निगम प्राथमिक विद्यालयों के छोटे बच्चे स्कूल परिसर से बाहर नहीं जा सकते, ऐसे में शिक्षक और अन्य कर्मचारी आसपास के चिन्हित क्षेत्रों में जाकर सफाई अभियान की जिम्मेदारी निभाएंगे।

- गूगल शीट में देंगे विवरण

जारी आदेश में दिल्ली नगर निगम से कहा गया है कि वह अपने अधीनस्थ सभी स्कूलों से ऐसी जगहों की पहचान कराए और एक विद्यालयवार सूची 29 जुलाई तक शिक्षा विभाग को दे। यह सूची गूगल शीट #Google Sheet के लिंक पर साझा करनी है, ताकि उसका राज्य स्तर पर संकलन कर डिजिटल पोर्टल पर अपलोड किया जा सके।

- अभियान की तस्वीरें भी होंगी अपलोड
स्कूलों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वच्छता अभियान शुरू होने से पहले और बाद में चिन्हित क्षेत्रों की तस्वीरें गूगल ड्राइव #Google Drive लिंक पर अपलोड करें, ताकि अभियान की प्रगति को ट्रैक किया जा सके।

- कौन-कौन से स्कूल होंगे शामिल?
आदेश के अनुसार इस पहल में न केवल एमसीडी द्वारा संचालित स्कूल, बल्कि निगम क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को भी शामिल किया गया है।

- संपर्क करें यदि कोई परेशानी हो
जारी आदेश में कहा गया है कि यदि किसी स्कूल को डेटा साझा करने में कठिनाई होती है, तो वह शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी श्री विवेक गर्ग (मोबाइल: 7982709317) से संपर्क कर सकता है।

- शिक्षक वर्ग में इस आदेश से बड़ा रोष
यह कदम स्वागत योग्य है भी और नहीं भी। अब सवाल भी उठता है कि क्या शिक्षकों का काम अब कक्षा से बाहर सफाई तक सीमित रह जाएगा? या फिर यह एक अस्थायी जिम्मेदारी है जो छात्रों में स्वच्छता के प्रति व्यवहारिक जागरूकता जगाने का एक ज़रिया बनेगी? ऐसे में क्या शिक्षा प्रभावित नहीं होगी। चाहे कोई कुछ भी कहें लेकिन निगम के शिक्षक वर्ग का कहना है कि यह कार्य उनके कार्यक्षेत्र से बाहर है, और स्वच्छता कोई विशेष दिन के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह हर दिन और हर पल का कार्य है, इस पर सदैव ध्यान देने की जरूरत है।

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