सिंघू गांव के मोहल्ला क्लिनिक से उठा लिया गया सारा सामान :शीला विनोद सहरावत
- इलाज के लिए अब भटकेंगे ग्रामीण मरीज
नई दिल्ली MCD LIVE NEWS
दिल्ली देहात के नरेला विधानसभा अंतर्गत सिंघू गांव के ग्रामीणों को उस समय गहरी निराशा और असुविधा का सामना करना पड़ा जब गांव के मोहल्ला क्लिनिक से अचानक सारा चिकित्सीय सामान उठा लिया गया। अब इस क्लिनिक में न तो डॉक्टर रह गए हैं, न ही दवाएं, और न ही कोई सुविधा। सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व निगम प्रत्याशी शीला विनोद सहरावत ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह क्लिनिक आम आदमी पार्टी के कार्यकाल शुरू हुआ था अैर यहां सैकड़ों लोगों का निशुल्क इलाज होता था और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस सरकार ने दिल्ली में आरोग्य मंदिर बनाने का वादा किया था, वह अब बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं ही खत्म करने पर तुली है।
सिंघू गांव का मोहल्ला क्लिनिक बंद होना न केवल प्रशासनिक असंवेदनशीलता दर्शाता है, बल्कि यह गरीब और ग्रामीण जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि राजनीतिक रस्साकशी का खामियाज़ा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, और सिंघू गांव का क्लिनिक इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार से निवेदन है कि कम से कम आरोग्य मंदिर के नाम से ही चालू कर दिया जाए ताकि क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिल सके।
- ग्रामीणों में आक्रोश और असुरक्षा की भावना
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मोहल्ला क्लिनिक गांव में प्राथमिक इलाज का केंद्र था, जहां बुज़ुर्गों, महिलाओं और बच्चों को मुफ्त जांच और दवाएं मिलती थीं। अब उन्हें इलाज के लिए अन्य स्थानों पर दूर जाना पड़ेगा, जिससे समय, पैसा और परेशानी तीनों बढ़ेंगे।
- जनप्रतिनिधियों से जवाब की मांग
सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकार से तत्काल जवाबदेही की मांग की है। उनका कहना है कि अगर मोहल्ला क्लिनिक की सेवाएं बहाल नहीं की गईं तो वे आने वाले दिनों में आंदोलन भी कर सकते हैं।
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