प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल, 17 अगस्त को करेंगे UER-II का भव्य उद्घाटन


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल, 17 अगस्त को करेंगे UER-II का भव्य उद्घाटन
- उत्तर पश्चिम दिल्ली के लिए ऐतिहासिक दिन, टोल दरों से ग्रामीणों में रोष

नई दिल्ली, 16 अगस्त 2025 MCD LIVE NEWS

उत्तर पश्चिम दिल्ली के विकास की दिशा में 17 अगस्त एक ऐतिहासिक दिन साबित होने जा रहा है। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी यहां आकर बहुप्रतीक्षित Urban Extension Road-II (UER-II) परियोजना का भव्य उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना से न केवल दिल्लीवासियों को सुगम यातायात का लाभ मिलेगा बल्कि क्षेत्र में नई संभावनाओं और विकास के द्वार भी खुलेंगे।

उत्तर पश्चिम दिल्ली के सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने शुक्रवार को कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करते हुए ये बाते कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का आगमन पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें और इसे यादगार बनाएं।

UER-II परियोजना के पूरा होने से दिल्ली की सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा, आसपास के औद्योगिक और आवासीय इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना दिल्ली के बुनियादी ढांचे में एक मील का पत्थर साबित होगी। क्षेत्र के लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे को लेकर गहरा उत्साह है और सभी इस ऐतिहासिक अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली देहात वासियों का कहना है कि यूईआर-2 पर टोल टैक्स न वसूला जाए।राजधानी दिल्ली के बाहरी इलाकों से होकर गुजरने वाले यूईआर-2 (अर्बन एक्सटेंशन रोड़-2) टोल प्लाजा पर लगाए गए सूचना बोर्ड में अत्यधिक टोल शुल्क को लेकर लोगों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। इस संबंध में बांकनेर आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष एस एल खत्री ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। वहीं, जानकारी के अनुसार बता दें कि कार के लिए एकल यात्रा का टोल 235 रुपए और वापसी यात्रा का 350 रुपए, जबकि ट्रक व बड़े वाहनों के लिए शुल्क 1505 तक निर्धारित किया गया है। अन्य श्रेणियों के वाहनों के लिए भी दरें इतनी अधिक हैं कि यह स्थानीय लोगों, छोटे कारोबारियों और ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर सीधा आर्थिक बोझ पड़ेगा। स्थानीय व्यापारियों और परिवहन से जुड़े लोगों का मानना है कि टोल की इतनी ऊँची दरें न केवल विभिन्न खाद्य आदि सामानों की लागत बढ़ाएगी, बल्कि दिल्ली-एनसीआर के यातायात और व्यापार पर भी नकारात्मक असर देखने का मिल सकता है।

- टोल दरों की तत्काल की जाए समीक्षा
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जब ईंधन के दाम पहले से ही ऊँचे हैं, तब इस तरह का अतिरिक्त वित्तीय दबाव असहनीय है। लोगों ने मांग की है कि टोल दरों की तत्काल समीक्षा हो, आवश्यकतानुसार शुल्क में कमी की जाए, किसी भी बड़े बदलाव से पहले सार्वजनिक विचार-विमर्श की प्रक्रिया अपनाई जाए।

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