पहलवान यशिता राणा को 50 लाख रूपये की ईनामी राशि देकर सम्मानित करे दिल्ली सरकार: प्रधान पालम-360


पहलवान यशिता राणा को 50 लाख रूपये की ईनामी राशि देकर सम्मानित करे दिल्ली सरकार: प्रधान पालम-360

- वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में यशिता की जीत बेटियों को करेगी प्रेरित: चंदौलिया
- कुतुब गढ़ गांव में यशिता के सम्मान में समारोह आयोजित, आशीर्वाद देने के लिए उमड़े लोग
- ग्रीस के एथेंस में हाल ही में संपन्न हुई वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप-2025 में सिल्वर मेडल जीत देश का नाम किया ऊंचा

नई दिल्ली, 24 अगस्त 2025/ MCD LIVE NEWS 

उत्तर-पश्चिम दिल्ली के कुतुब गढ़ गांव में रविवार को पहलवान यशिता राणा के सम्मान में समारोह आयोजित किया गया। ग्रीस के एथेंस में हाल ही में संपन्न हुई वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप-2025 में सिल्वर मेडल विजेता यशिता राणा को शाबासी देने के लिए समारोह में भारी संख्या में लोग पहुंचे। पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि सांसद योगेन्द्र चंदोलिया के अलावा उप महापौर जयभगवान यादव, निगम पार्षद अंजू अमन कुमार, निगम पार्षद पवन सहरावत, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य आनंद राणा के अलावा अनेक गणमान्य एवं प्रबुद्ध जन मौजूद रहे। समारोह से पहले दिल्ली सरकार के केबिनेट मंत्री रविन्द्र इंद्राज ने यशिता राणा के रोड शो का शुभारंभ औचंदी बॉर्डर से किया।


सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने यशिता राणा को बधाई देते हुए कहा कि बेटियां जब मेडल जीतती हैं तो खुशी दोगुणी होती है। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में यशिता की जीत पूरे दिल्ली देहात की बेटियों को खेलों में अपना दमखम दिखाने के लिए प्रेरित करेगी।
पालम-360 पंचायत के अध्यक्ष चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी ने यशिता राणा को शाबाशी देते हुए कहा कि गांव की बेटियां अपनी कड़ी मेहनत के बल पर खेलों की दुनिया में हिन्दुस्तान का परचम लहरा रही हैं। दिल्ली की बेटी यशिता ने वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में पहली बार हिस्सा लेते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया यह देश के लिए गौरव की बात है।
 सांसद योगेंद्र चंदोलिया उपराज्यपाल वी के सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मांग की कि दिल्ली सरकार यशिता राणा को उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर सम्मानित करते हुए 50 लाख रूपये की धनराशि ईनाम के तौर प्रदान करें। सोलंकी ने कहा कि देहात की बेटी यशिता बहुत ही साधारण किसान परिवार से है। उनके परिवार ने कठोर आर्थिक हालातों से संघर्ष करते हुए बेटी को कुश्ती के अखाड़े में उतरा है। ऐसे में दिल्ली सरकार को बेटी की मदद के लिए आगे आना चाहिए ताकि यशिता एक दिन देश के लिए ओलंपिक पदक जीतकर ला सके।

कुतुब गढ़ वासी आनंद राणा ने बताया कि यशिता ने बचपन से ही कड़ी मेहनत करते हुए कुश्ती में अपनी पहचान बनाई है। वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उनकी जीत ने उम्मीद पैदा की है, दिल्ली सरकार के सर्वोदय कन्या विद्यालय में कक्षा 12वीं की छात्रा यशिता राणा नेशनल लेवल पर भी अनेक पदक जीत चुकी है। दिल्ली सरकार और भारत सरकार को इस प्रतिभाशाली बेटी के लिए हरसंभव मदद करनी चाहिए।

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