पूसा कृषि संस्थान ने मनाया 79वां स्वतंत्रता दिवस


पूसा कृषि संस्थान ने मनाया 79वां स्वतंत्रता दिवस

- निदेशक ने जलवायु-स्मार्ट नवाचार और किसान-केंद्रित अनुसंधान का आह्वान किया


नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025। MCD LIVE NEWS 

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-आईएआरआई) ने स्वतंत्रता दिवस के 79वें समारोह को पूसा परिसर में देशभक्ति और उत्साह के साथ मनाया। इस अवसर पर निदेशक डॉ. सीएच. श्रीनिवास राव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उन दूरदर्शी वैज्ञानिकों को नमन किया जिन्होंने देश की प्रगति और कृषि विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. राव ने कर्मचारियों और छात्रों से अनुशासन, समयनिष्ठा और नवाचार की भावना को बनाए रखने की अपील की और कहा कि आईएआरआई आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय विकास का मजबूत स्तंभ बनेगा।


अपने संबोधन में डॉ. राव ने कहा कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इस लक्ष्य को साकार करने के लिए कृषि को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं का केंद्र बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लघु एवं सीमांत किसान अनुसंधान और नीतियों का मुख्य आधार बनने चाहिए, ताकि देश की आत्मनिर्भरता और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।


डॉ. राव ने आईएआरआई के 120 वर्षों के योगदान को रेखांकित करते हुए वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे जलवायु-स्मार्ट, प्राकृतिक संसाधन-कुशल और छोटे किसानों के लिए व्यवहार्य तकनीकों पर शोध कार्य तेज करें। उन्होंने कहा, “किसान, राज्य सरकारें और हितधारक आईएआरआई से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं।”


उन्होंने झारखंड सीड हब पहल और बिहार व मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों की आईएआरआई के साथ साझेदारी का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले वर्ष संस्थान ने ₹160 करोड़ की बाह्य-वित्तपोषित परियोजनाएँ हासिल कीं और लक्ष्य है कि इसे आने वाले वर्षों में 500-600 परियोजनाओं तक ले जाया जाए।


कर्मचारियों और छात्रों के कल्याण की दिशा में निदेशक ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के समय पर भुगतान की व्यवस्था की गई है। साथ ही, छात्रों के लिए नया बालिका छात्रावास और ऋतुराज छात्रावास का निर्माण होगा, जबकि शिशिर व अन्य छात्रावासों का नवीनीकरण किया जाएगा। उन्होंने वैज्ञानिकों से उच्च-गुणवत्ता वाले शोध पत्र प्रकाशित करने, जलवायु परिवर्तन शमन, कार्बन फुटप्रिंट घटाने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया।


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