दिल्ली एमसीडी में एससी कमेटी पर सियासी संग्राम
- 'आप' पार्षदों के साथ धक्का-मुक्की, दलित प्रतिनिधित्व पर हमला!
नई दिल्ली, 7 अगस्त 2025
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की एससी कमेटी (अनुसूचित जाति समिति) के चुनाव के दौरान बुधवार को भारी बवाल देखने को मिला। आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों ने भाजपा शासित एमसीडी पर आरोप लगाया कि उसने एससी कमेटी के 14 दलित सदस्यों को बाहर कर समिति की कुल संख्या को 35 से घटाकर केवल 21 कर दिया है। इस "प्रतिनिधित्व कटौती" को दलित समाज के खिलाफ एक साजिश करार देते हुए 'आप' पार्षदों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया।
- दलितों की आवाज़ को दबाने की कोशिश?
आप के वरिष्ठ नेता और MCD में नेता विपक्ष अंकुश नारंग का कहना है कि यह न सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है, बल्कि दलित समुदाय की आवाज़ को भी कुचलने का प्रयास है। उन्होंने मांग की है कि चुनाव को तत्काल रद्द किया जाए और कमेटी को पुनः 35 सदस्यों की पूर्ववर्ती स्थिति में बहाल कर चुनाव कराया जाए।
- शांतिपूर्ण विरोध पर सुरक्षा बलों का हमला!
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान, भाजपा की ओर से नियुक्त पीठासीन अधिकारी के इशारे पर सुरक्षा गार्डों ने 'आप' पार्षदों को धक्का देकर बाहर निकालने की कोशिश की। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और पार्षदों को जबरन रोके जाने का दृश्य लोकतंत्र के नाम पर एक काले धब्बे जैसा प्रतीत हुआ।
-'आप' का आरोप: एमसीडी को दलित विहीन बनाना चाहती है भाजपा
'आप' नेताओं ने कहा कि भाजपा दिल्ली एमसीडी को दलित विहीन बनाना चाहती है ताकि वंचित वर्गों की आवाज़ दबाई जा सके। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर संविधान और आरक्षण व्यवस्था का उल्लंघन कर रही है।
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