लाखों विद्यालयों में गूंजेगा संकल्प : “हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान”

लाखों विद्यालयों में गूंजेगा संकल्प : “हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान”

#"हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान" : 1 सितम्बर को देशभर में पांच लाख विद्यालयों में एक साथ गूंजेगा संकल्प
#मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के “हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान” संकल्प पत्र का विमोचन किया।
#1 सितम्बर को देशभर के 5 लाख विद्यालयों में लाखों शिक्षक और करोड़ों विद्यार्थी यह प्रण लेंगे कि विद्यालय केवल भवन नहीं, बल्कि संस्कार और राष्ट्र निर्माण का तीर्थ है।
#अभियान का उद्देश्य शिक्षा को केवल रोजगार तक सीमित न रखकर उसे चरित्र निर्माण, अनुशासन, समाज सेवा और राष्ट्रीय जिम्मेदारी से जोड़ना है।
#महासंघ ने शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों से अपील की है कि वे विद्यालयों को स्वच्छ, अनुशासित और प्रेरणादायी केंद्र बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाएं, ताकि भारत पुनः विश्वगुरु की दिशा में अग्रसर हो सके।

नई दिल्ली, 27 अगस्त 2025।

देश में शिक्षा को केवल रोजगार तक सीमित रखने के बजाय उसे चरित्र निर्माण, संस्कार, समाज सेवा और राष्ट्रीय जिम्मेदारी से जोड़ने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज मुख्यमंत्री आवास पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के “हमारा विद्यालय — हमारा स्वाभिमान” संकल्प पत्र का विमोचन किया।

इस अभियान के तहत 1 सितम्बर 2025 को पूरे देश के लगभग 5 लाख विद्यालयों में एक साथ यह संकल्प लिया जाएगा, जिसमें लाखों शिक्षक और करोड़ों विद्यार्थी सहभागी होंगे। इस दिन विद्यालय को केवल भवन नहीं, बल्कि संस्कार और राष्ट्र निर्माण का तीर्थ मानने का प्रण लिया जाएगा।

महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का मकसद विद्यालयों को भारतीय परंपरा के अनुरूप संस्कार, अनुशासन और प्रेरणा का केंद्र बनाना है। शिक्षा को सिर्फ डिग्री या नौकरी तक सीमित न रखकर, इसे जीवन मूल्यों और राष्ट्र निर्माण से जोड़ना ही इसका लक्ष्य है।

इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार पालीवाल, प्रदेश महामंत्री अजय कुमार सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी कुलदीप कादयान तथा सह-मीडिया प्रभारी (राजकीय निकाय) जितेन्द्र त्यागी उपस्थित रहे।

महासंघ ने देश के सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल होकर अपने विद्यालय को स्वच्छ, अनुशासित और प्रेरणादायी बनाएं। महासंघ का विश्वास है कि यह पहल भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।


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