दीवारें बदरंग नहीं, कुत्तों की सुरक्षा ज़रूरी: राष्ट्रीय कुत्ता कमेटी
#दिल्ली में दीवार बदरंग करने के भावी आदेश पर उठे सवाल, कुत्तों की सुरक्षा पर भी बनी चिंता
#“दीवार नहीं, व्यवस्था सुधारो” —ML का MCD को संदेश
#PPP मॉडल से दीवारों पर दिखेगा कुत्तों की सुरक्षा का संदेश?
#नगर निगम पर नहीं पड़ा सीएम भावी आदेश का असर, बदरंग दीवारों पर उठी आपत्ति
#“जनहित को प्राथमिकता दें, दीवार बदरंग नहीं” — राष्ट्रीय कुत्ता कमेटी
नई दिल्ली।
दिल्ली की मुख्यमंत्री द्वारा शहर की दीवारों को बदरंग करने के आदेश का दिल्ली नगर निगम के विज्ञापन विभाग पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय कुत्ता कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ML ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुत्तों से जुड़े मामलों पर सुप्रीम कोर्ट पहले ही स्पष्ट दिशा-निर्देश दे चुका है, ऐसे में दीवारों को बदरंग करने के बजाय ठोस योजना बनाना अधिक ज़रूरी है। मदन लाल ने दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम को सुझाव दिया कि यदि वास्तव में दीवारों पर रंगाई या चित्रण करना है तो इसे निजी कंपनियों के साथ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल में किया जाए। इसमें कुत्तों से संबंधित उपयोगी जानकारी, जनजागरूकता संदेश और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि “सुप्रीम कोर्ट ने हाल में जो निर्देश दिए थे, उन्हें सब जानते हैं। ऐसे में दीवारों का उपयोग भी जनहित संदेशों के लिए होना चाहिए, न कि केवल बदरंग करने के लिए।”
राष्ट्रीय कुत्ता कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन लाल ने बताया कि जनहित में उठी यह आवाज़ साफ़ करती है कि दिल्ली में केवल दिखावटी बदलाव नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर कुत्तों की सुरक्षा और स्वच्छता से जुड़े ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
वहीं, सूत्रों का कहना है कि एक नामी कंपनी ने दिल्ली की दीवारों पर अपना प्रचार करने के लिए किसी से करीब डेढ़ करोड़ में सौदा हो चुका है,और उसी के तहत पूरी दिल्ली में जहां बड़ी दीवार मिली वहीं कंपनी के निर्माण उत्पाद से जुड़ी प्रचार सामग्री से बदरंग कर दी।
ऐसे में राष्ट्रीय कुत्ता कमेटी के अध्यक्ष का PPP मॉडल जागरूकता के साथ कंपनी के प्रचार में भी सहायक सिद्ध हो सकता है। इस संबंध में अपने विचार भी कमेंट कर साझा कर सकते है।
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