- पिछले एक सप्ताह में मलेलिया के आए 33 नए केस
- भाजपा सरकार को दिल्लीवालों की सेहत की फिक्र नहीं
- तेजी से बढ़ रहे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के केस
नई दिल्ली
दिल्ली में मलेरिया के केस ने पांच साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले एक सप्ताह में 33 नए केस आए हैं। हमारा सुझाव है कि भाजपा सरकार भी “आप“ सरकार की तरह जागरूकता अभियान चलाए, ताकि मौसमी बीमारियों पर काबू पाया जा सके। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने दिल्ली में बढ़ते मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मौसमी बीमारियों को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए यह बाते कही। उन्होंने एमसीडी द्वारा जारी साप्ताहिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा सरकार को दिल्लीवालों की सेहत की कोई फिक्र नहीं है। मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाने की वजह से मलेरिया के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। नेता विपक्ष नारंग ने कहा कि एमसीडी के डीबीसी और एमटीएस कर्मचारी 29 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। भाजपा को शासन चलाना नहीं आता। दिल्ली की जनता को मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू से सुरक्षित रखने के लिए उनके पास कोई योजना नहीं है।
- आंकड़े दबाने की कोशिश करती है भाजपा
अंकुश नारंग ने कहा कि पिछले दो हफ्तों से मलेरिया के मामले पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा हैं। इस हफ्ते मामलों की संख्या 297 पहुंच गई है, जबकि पिछले हफ्ते यह संख्या 264 थी। यानी 33 नए मामले बढ़ गए। इस रिपोर्ट की सटीकता पर भी संदेह है। अंकुश ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा हमेशा आंकड़े दबाने की कोशिश करती है। सभी जगहों से सही आंकड़े इकट्ठा नहीं किए जाते। इस बार मई-जून से ही फॉगिंग शुरू करवानी पड़ी, जबकि पहले सितंबर, अक्टूबर या नवंबर में फॉगिंग होती थी। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस साल मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
- डेंगू को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया
अंकुश नारंग ने कहा कि जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार आई है, मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री थे, तब 10 हफ्ते तक हर रविवार को सुबह 10 बजे 10 मिनट का एक अभियान चलता था। इस अभियान का मकसद डेंगू के प्रति जागरूकता फैलाना था। लोगों को पता चलता था कि मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू का मौसम आ चुका है। इस वजह से सभी को सतर्क रहना होगा और जरूरी कदम उठाने होंगे। उस दौरान लोग अपने घरों में पानी की जांच करते थे। अंकुश नारंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी जून से लगातार कह रही है कि मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू की साप्ताहिक रिपोर्ट आनी चाहिए। अगर कोई महामारी फैल रही हो, तो उसकी रोजाना रिपोर्ट आनी चाहिए, न कि साप्ताहिक। लेकिन एमसीडी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है, ताकि ये बीमारियां कम हो सकें। केवल जनता को जागरूक करके ही इन बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। जब तक जनता खुद हिस्सा नहीं लेगी, अपनी छत, कूलर, टंकियां और टायरों की जांच नहीं करेगी, तब तक मच्छरों का लार्वा खत्म नहीं होगा। दवा का छिड़काव करवाना जरूरी है, लेकिन इसके लिए जनता को शामिल करना होगा। अंकुश नारंग ने अधिकारियों द्वारा ड्रोन से दवाइयों का छिड़काव करने की बात पर कहा कि यह बात हास्यास्पद है। ये रेलवे ट्रैक के आसपास दवा छिड़कने की बात करते हैं, लेकिन वहां तो झुग्गियां उजाड़ दी गई हैं। फिर वहां दवा किसके लिए छिड़की जा रही है? दिल्ली में कई जगह पानी भरा हुआ है, कई घरों में बाढ़ की वजह से मच्छर और बढ़ रहे हैं, लेकिन इसे नियंत्रित करने में सरकार नाकाम है।
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