नई दिल्ली।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) की बाध्यता संबंधी हालिया फैसले ने देशभर के प्राथमिक शिक्षकों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है। इसी मुद्दे पर आज AIPTF (ऑल इंडिया प्राइमरी टीचर्स फेडरेशन) की संघर्ष समिति के संयोजक विनोद ठाकराण के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ताओं से अहम बैठक हुई। बैठक में शिक्षकों के भविष्य पर फैसले के असर, इसके कानूनी पहलुओं और संभावित समाधानों पर गहन चर्चा हुई। समिति ने माना कि मौजूदा फैसला शिक्षकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन संगठन शिक्षकों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
AIPTF और अखिल दिल्ली प्राथमिक शिक्षक संघ (ADPSS) ने स्पष्ट किया कि जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी और इसकी जानकारी समय रहते सभी शिक्षकों को दी जाएगी। संगठन ने सभी शिक्षकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर उनके अधिकारों से समझौता नहीं होने दिया जाएगा।
*ADPSS पदाधिकारियों का बयान*
#अरविन्द मिश्रा, अध्यक्ष – “हम हर परिस्थिति में शिक्षक हित की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
#मुकेश बल्हारा, उपाध्यक्ष – “फैसला चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन हमारे पास कानूनी विकल्प मौजूद हैं।”
#रविंदर प्रधान, कार्यकारी अध्यक्ष – “एकजुट होकर ही हम इस चुनौती का सामना कर पाएंगे।”
शिक्षक संगठनों ने सभी शिक्षकों से धैर्य और एकजुटता बनाए रखने की अपील की है, ताकि आने वाले समय में मजबूती से अपनी बात सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी जा सके।
Comments
Post a Comment