दिवाली से पहले पुरानी दिल्ली में सुरक्षा को लेकर बड़ा सुझाव, मुख्यमंत्री से की मांग

दिवाली से पहले पुरानी दिल्ली में सुरक्षा को लेकर बड़ा सुझाव 

#प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री से की तत्काल हस्तक्षेप की मांग
#भीड़भाड़ और अतिक्रमण से बढ़ रहा खतरा, 7 स्थानों पर फायर टेंडर और NDRF दल की तैनाती की सिफारिश

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर 2025:

दिवाली से पहले पुरानी दिल्ली के बाजारों में बढ़ती भीड़ और अतिक्रमण को देखते हुए चाँदनी चौक नागरिक मंच के महामंत्री एवं दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से आग्रह किया है कि चाँदनी चौक, खारी बावली, सदर बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में फायर टेंडर, एम्बुलेंस और NDRF टीमों की तत्काल तैनाती सुनिश्चित की जाए। कपूर ने कहा कि हर वर्ष दिवाली के आसपास इन बाजारों में लाखों की संख्या में खरीदार पहुंचते हैं, जिससे गलियाँ अत्यधिक संकरी और भीड़भरी हो जाती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस वर्ष कोई आगजनी या आपात स्थिति उत्पन्न होती है तो फायर ब्रिगेड, NDRF या एम्बुलेंस का मौके पर पहुंचना लगभग असंभव होगा।

उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि इस बार स्थिति और भी गंभीर है क्योंकि क्षेत्र के चारों आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्षदों के राजनीतिक संरक्षण में अल्पसंख्यक समाज से जुड़े कुछ पटरी माफिया ने मुख्य सड़कों और पटरियों पर अवैध बाजारों का जाल फैला दिया है। इससे न सिर्फ पैदल चलना मुश्किल हो गया है बल्कि किसी भी आकस्मिक घटना के दौरान राहत और बचाव कार्य ठप हो सकते हैं।

श्री कपूर ने मुख्यमंत्री से मांग की कि तुरंत हस्तक्षेप कर निम्नलिखित 7 प्रमुख स्थानों पर फायर टेंडर, एम्बुलेंस और NDRF दल की तैनाती की जाए –

1. लाल किला – गौरी शंकर मंदिर के सामने


2. चाँदनी चौक – टाउन हॉल चौक


3. फतेहपुरी मस्जिद के बाहर


4. लाहौरी गेट चौक


5. कुतुब रोड चौक


6. बारा टूटी चौक


7. हौज काज़ी चौक



इसके अलावा उन्होंने पुरानी दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस की संख्या बढ़ाने की भी मांग की, ताकि लाल किला रोड, एस.पी. मुखर्जी मार्ग, एच.सी. सेन रोड, खारी बावली, सदर बाजार और चावड़ी बाजार जैसी जगहों पर ट्रैफिक जाम से बचा जा सके।

कपूर ने कहा कि पुरानी दिल्ली सिर्फ व्यापार का केंद्र नहीं, बल्कि दिल्ली की सांस्कृतिक धड़कन है। यदि सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी भी आपात स्थिति में बड़ी मानवीय त्रासदी हो सकती है। सरकार को त्योहारों के दौरान सतर्कता और तैयारी के स्तर को बढ़ाना चाहिए।


जनहित के दृष्टिकोण से, यह मांग समयोचित और आवश्यक है, क्योंकि हर वर्ष दिवाली के दौरान पुरानी दिल्ली के इन घनी बस्तियों में आगजनी और भगदड़ जैसी घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रशासन अब से तैयारी कर ले तो संभावित हादसों को रोका जा सकता है।



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