मुख्यमंत्री और मेयर करें MCD MTS से सीधा संवाद : यूनियन ने की मांग
#29वें दिन भी जारी रही दिल्ली नगर निगम के DBC/CFW (एमटीएस) कर्मचारियों की हड़ताल, दीपावली पर अंधेरे में हजारों परिवार
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर 2025
दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य विभाग के DBC/CFW (एमटीएस) कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल रविवार को लगातार 29वें दिन भी जारी रही। एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के महासचिव देवानंद शर्मा, सचिव रामपाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री से सीधे बैठक कर वास्तविक स्थिति समझने की अपील की है। उनका कहना है कि “कई अधिकारियों ने मुख्यमंत्री और मेयर के सामने गलत आंकड़े रखे हैं, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई है।”
वे मांग कर रहे हैं कि ऐसे गैर-जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए जिन्होंने आंदोलन को लटकाने में भूमिका निभाई।
#दिल्ली भर में पैदल मार्च की चेतावनी
एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन (रजि०) ने चेतावनी दी है कि यदि कर्मचारियों को जबरन हटाने की कोशिश की गई तो वे पूरी दिल्ली में पैदल मार्च निकालेंगे और जनता को बताएंगे कि उनके साथ किस तरह अन्याय हुआ है। यूनियन का कहना है कि “हमारा मनोबल टूटा नहीं, बल्कि अब और मजबूत हुआ है। 30 वर्षों की सेवा के बाद भी हमें न्याय नहीं मिला, लेकिन अब हम अपना हक लेकर रहेंगे।” कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि निगम प्रशासन और सरकार की बेरुखी के कारण समाधान अब तक नहीं निकल पाया है। हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी जायज़ मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
#मेयर की बैठक को बताया ‘दिखावा’
कर्मचारियों ने बताया कि 24 अक्टूबर को मेयर राजा इकबाल सिंह द्वारा एक तथाकथित कमेटी बैठक बुलाई गई थी, जो अब कर्मचारियों को केवल औपचारिकता लगती है। उनका कहना है कि जब सभी पक्षों—नेता, विपक्ष और अधिकारी वर्ग—ने यह माना कि कर्मचारियों की मांगें जायज़ हैं, तब देरी क्यों की जा रही है?कर्मचारियों का आरोप है कि “जन स्वास्थ्य विभाग में लगभग 5200 कर्मचारी हैं, लेकिन अधिकारियों ने मुख्यमंत्री और मेयर को गलत डेटा देकर गुमराह किया है।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब 2012 में 213 कर्मचारियों को ग्रेड पे और वेरिएबल दिया गया था, तब बाकी कर्मचारियों के साथ भेदभाव क्यों किया गया?
# त्योहारों पर बर्बाद हुई खुशियाँ
हड़ताल के चलते हजारों परिवारों की दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ पूजा जैसे पर्व बेचैनी और निराशा में बीते। कर्मचारियों ने भावुक होकर कहा कि “त्योहारों के इन दिनों में हमारे बच्चे बिना कपड़े और रोटी के रहे, लेकिन सरकार और निगम प्रशासन ने हमारी सुध नहीं ली।” उन्होंने कहा कि मेयर और मुख्यमंत्री के त्योहारों के कार्यक्रमों में शामिल होते देखना, जबकि कर्मचारी गेट नंबर 5 के बाहर भूखे-प्यासे बैठे हों, दिल को गहरा आघात देने वाला दृश्य था।
#जनस्वास्थ्य पर असर का खतरा
लगातार 29 दिनों से चल रही यह हड़ताल अब दिल्ली के जनस्वास्थ्य के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही है। मच्छरजनित रोगों की रोकथाम में लगे DBC/CFW कर्मचारियों की अनुपस्थिति से कई इलाकों में डेंगू और मलेरिया नियंत्रण अभियान प्रभावित हो रहा है।
क्या दिल्ली की मुख्यमंत्री और मेयर साहब दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से अनजान है।
ReplyDelete30 साल दिए हैं हमने अपने जीवन के या हम आपका परिवार नहीं
अनजान है जभी तो यह हाल है...30 सालों से अनजान ही तो हैं हम..ना अधिकारी जानते..ना ही कोई नेता जी जानते..अधिकारियों को काम चाहिए और नेताओं को मच्छर मार धुंआ की मशीन ...जनता को दिखाने के लिए फोटो क़ि सारे मच्छर हमने मारे
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