एशियाई मास्टर्स एथलेटिक्स में देहात के खिलाड़ियों ने झटके पदक
- 6 स्वर्ण, 22 रजत और 28 कांस्य पदकों के साथ खिलाड़ियों ने रचा इतिहास
- 23 देशों के 3320 एथलीटों के बीच था खेल मुकाबला
नई दिल्ली
23वीं एशियाई मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप में दिल्ली के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 6 स्वर्ण, 22 रजत और 28 कांस्य पदक अपने नाम किए। यह जानकारी दिल्ली मास्टर्स एसोसिएशन के सचिव रविंद्र कुमार ठाकरान ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि मीना सिंह ने तीन स्वर्ण पदक, जबकि प्रवीण जैन, रोशनी गुलाटी और डालिया थॉमस ने एक-एक सवर्ण जीता। रजत पदक विजेताओं में प्रदीप माथुर, अरुण कुमार, रोशनी गुलाटी, प्रशांत राघव, कृष्णा, गौरव हुड्डा सहित कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। वहीं कांस्य पदक श्रेणी में प्रवेश तोमर, रोशनी गुलाटी, गौरव मां हुड्डा, डॉ. रिचा सूद और सारिका यादव ने बेहतरीन प्रदर्शन कर देश और दिल्ली का मान बढ़ाया।
चैंपियनशिप में 23 देशों के 3320 एथलीटों ने हिस्सा लिया। दिल्ली देहात के सिरसपुर गांव की बेटी कृष्णा (निवासी नजफगढ़) ने 65$ आयु वर्ग में आयोजित रेस में तीन रजत पदक जीते। कराला गांव के प्रदीप माथुर ने एक सिल्वर पदक हासिल किया, जबकि बवाना के बलजीत सिंह, टटेशर , जोंटी से हरि प्रकाश और प्रदीप कुमार ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथे स्थान पर मजबूती से अपना स्थान बनाया। टीम के मनोबल को बढ़ाने के लिए दिल्ली मास्टर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जयदेव राणा, वाइस प्रेसिडेंट नवीन कुमार, सचिव रविंद्र कुमार ठाकरान और कोषाध्यक्ष बलजीत चेन्नई में मौजूद रहे।
सचिव रविंद्र कुमार ठाकरान के अनुसार मास्टर्स एथलेटिक्स में 35 वर्ष से लेकर 100 वर्ष तक के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। प्रतियोगिता में 100 मीटर से लेकर 10 किमी तक की दौड़, डिस्कस, भाला फेंक, चक्का व गोला फेंक जैसी थ्रो इवेंट्स, तथा ट्रिपल जंप, हाई जंप, लॉन्ग जंप और पोल वॉल्ट जैसे जंप इवेंट्स शामिल होते हैं। दिल्ली के खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि उम्र खेल भावना और संकल्प के आगे बौनी पड़ जाती है।
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